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ट्रेड यूनियन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए भी पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने में कभी पीछे नहीं रहे, बाबू जी 

ट्रेड यूनियन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए भी पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने में कभी पीछे नहीं रहे, बाबू जी

संघर्ष की विरासत

10 जनवरी नई दिल्ली,
कर्मयोगी बाबूजी आर एल जाटव भारत सरकार के पोस्ट एंड टेलीग्राफ विभाग से वर्ष 1990 में पोस्टमास्टर एच एस जी ग्रेड 1 से रिटायर हुए थे। आज हमारे बाबूजी अपने जीवन के शानदार मुकाम 93 वर्ष पर हैं । हमारे बाबूजी ने हमेशा हमें संघर्ष का रास्ता दिखाया है । सरकारी सेवा में रहते हुए ट्रेड यूनियन में बड़े पद पर रहे थे। इसी संघर्ष के रास्ते को हमने अपने बच्चों को सिखाया है । बाबूजी ने कर्मचारी आंदोलन की बड़ी लड़ाई लड़ी है।अपने कार्यकाल में काफी संघर्ष किया है, यहां तक के बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा है सरकारी सेवा में रहते हुए लेकिन कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ट्रेड यूनियन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए भी पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने में कभी पीछे नहीं रहे और परिवार के युवाओं को सार्थक नागरिक बनाने में अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया है ।

वीरेंद्र कुमार जाटव,
चीफ कोऑर्डिनेटर ज्वाइंट एक्शन कमेटी दिल्ली स्टेट एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी आर्गेनाईजेशन

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