गूगल सर्च एवं पुल निर्माण संस्था की लापरवाही से निर्माणधीन पुल पर कार सवार तीन लोगों की मृत्यु
गूगल सर्च एवं पुल निर्माण संस्था की लापरवाही से निर्माणधीन पुल पर कार सवार तीन लोगों की मृत्यु
सहारा सन्देश टाइम्स
एक दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में बरेली की रामगंगा नदी पर तीन लोगों की मृत्यु का कारण गूगल के द्वारा बताया गया रास्ता बना है. गूगल के निर्देश अनुसार अधूरे पुल कर चल रही कार रामगंगा नदी में समा गई जिसमें तीनों युवक मौजूद थे. इस घटना के बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर और गूगल अधिकारी पर एफआईआर दर्ज कराई गई है और जांच जारी है. इस हादसे की जिम्मेदारी पुल का निर्माण करने वाली संस्था की है कि निर्माणाधीन पुल पर आवश्यक दिशा निर्देश, नोटिस, अवरोध एवं सिक्योरिटी गार्ड का इंतजाम करना चाहिए था. तीन लोगों की मृत्यु के बाद शासन प्रशासन की नींद से जगा है ।और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. गूगल कंपनी को भी जानकारी जीपीएस के माध्यम से देनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह घटना दर्शाती है कि पुल का निर्माण करने वाली संस्था के अधिकारियों की लापरवाही कीमत तीन युवाओं ने जान देकर चुका है. गूगल का प्रश्न बाद में उठता है और सारी जिम्मेदारी गूगल पर ना डाली जाए. गनीमत रही की इस अधूरे पुल से यात्री बस नहीं गुजर रही थी वरना और भी बड़ी घटना होती है बड़ी संख्या में लोगों की जान चली जाती.प्रशासनिक लापरवाही की अन्य घटना भी देखने को मिलती है.अनेक स्थानों पर बोरवेल को खुला छोड़ दिया जाता है इससे देश भर मे सैकड़ों बच्चों की मृत्यु हो चुकी है आखिर इतनी बड़ी लापरवाही अधिकारियों समझ नहीं आती है. यह भी आम देखने को मिलता है कि म्युनिसिपालिटी के द्वारा जब सफाई का कार्य किया जाता है तो मेन हाल खुला छोड़ दिए जाते हैं जिससे भी दुर्घटनाएं होती हैं ऐसी लापरवाही जानलेवा होती हैं इसलिए स्थानीय शासन प्रशासन को इन सभी समस्याओं को गंभीरता से लेना होगा और किसी कीमत ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना दोबारा ना हो.सड़क पर खुदाई कार्य भी अनेक एजेंसी के द्वारा किया जाता है और गड्ढे को बिना भरे छोड़ दिया जाता है जिससे दुर्घटनाएं होती हैं. इस सावधानी के चलते अकारण लोग मृत्यु का ग्रास बनते हैं. इस घटना को देश की प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने गंभीरता से लिया है और खबरों को प्रमुखता से छापा है ताकि इस तरह की घटनाओं की जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों को मिल सके और प्रबुद्ध लोगों को मिल सके ताकि सरकार से सवाल जवाब किया जा सके. मेरा मानना है कि इस घटना के संदर्भ में उत्तर प्रदेश शासन और गूगल कंपनी को इन लोगों के परिवार को उचित मुआवजा देना चाहिये और भविष्य में ऐसी घटना की दोबारा ना हो, पुख्ता इंतजाम गूगल कंपनी और स्थानीय शासन प्रशासन को करने चाहिए।
वीरेंद्र कुमार जाटव राजनीतिक विश्लेषक एवं राष्ट्रीय सचिव तक समता सैनिक दल।
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